Rajasthan Politics: विधानसभा उपचुनावों में हार के बाद कांग्रेस में होगा बड़ा उलट फेर, बदले जा सकते हैं ये नेताजी
- byShiv
- 25 Nov, 2024

इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों के उपचुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के बाद से ही अब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं पर दबाव बढ़ना तय है। कांग्रेस के भीतर हार के कारणों का पोस्टमार्टम शुरू हो गया है, माना जा रहा है कि हार की बड़ी वजह टिकट वितरण में सांसदों पर निर्भरता और गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ा जाना है। हार पर पार्टी स्तर पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे आलाकमान को भेजा जाएगा।
टिकट वितरण रहा खानापूर्ति
मीडिया रिपोटर्स की माने तो कांग्रेस के नेताओं का कहना है टिकट वितरण के लिए नामों की चर्चा के लिए हुई पहली बैठक में ही राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस बात पर ज़ोर दिया था कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जो नेता विधायक से सांसद बने हैं, उनकी बड़ी भूमिका रही है, लिहाज़ा टिकट वितरण सांसदों पर ही छोड़ दिया जाए। यही कारण रहा कि टिकट वितरण को लेकर जयपुर में हुई बैठक केवल खानापूर्ति साबित हुई और इसका परिणाम सबके सामने आ चुका है। पार्टी को सात में से केवल एक सीट मिल सकी है। टिकट वितरण से पहले सचिन पायलट की दिल्ली के हरियाणा भवन में हुई बैठक में भी प्रभारी के टिकट वितरण में फीडबैक पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाने की जानकारी सामने आई थी।
यह भी रहा कारण
मीडिया रिपेाटर्स की माने तो सांसदों की सिफारिश, परिवारवाद और स्थानीय कार्यकर्ताओं की अनदेखी कांग्रेस को इस बड़ी हार के तौर पर चुकानी पड़ी है। कांग्रेस के थिंक टैंक की निष्क्रियता के चलते कांग्रेस से नाराज नेताओं को मनाने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई। इन चार सीट के अलावा कांग्रेस ने खींवसर सीट पर केवल हनुमान बेनीवाल को हराने के लिए आखिरी समय भाजपा छोड़कर आए सवाई सिंह की पत्नी डॉ रतन को टिकट दिया। कांग्रेस को चौरासी और सलूम्बर सीट से कोई उम्मीद ही नहीं लिहाजा परिणाम पर किसी को कोई हैरानी नहीं है।
pc- aapkiawaz.in