बाहरी राज्य की लड़की से शादी पर खाप का तुगलकी फरमान, समाज से बहिष्कार और 7 लाख का जुर्माना – पुलिस ने पांच पंचों को किया गिरफ्तार
- byrajasthandesk
- 20 Feb, 2025

राजस्थान में खाप पंचायत का तानाशाही आदेश
राजस्थान के जोधपुर जिले के लूणी क्षेत्र से खाप पंचायत की एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहाँ एक युवक ने मध्य प्रदेश की युवती से शादी की, तो खाप पंचायत ने पूरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया।
⚖️ मामला जब कोर्ट तक पहुंचा, तो पुलिस ने पांच खाप पंचों को गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला?
🛑 बाहरी राज्य की लड़की से शादी पर ऐतराज
नागौर जिले के खिंवसर थाना क्षेत्र के धामट गांव के जेठाराम पालीवाल ने 13 अप्रैल 2019 को कुमकुम (इंदौर, मध्य प्रदेश) से शादी की।
यह विवाह हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार हुआ, जिसमें दोनों परिवारों ने खुशी-खुशी भाग लिया।
शादी के बाद कुमकुम अपने ससुराल में रह रही थी, और दोनों का एक तीन साल का बेटा भी है।
⚠️ खाप पंचायत का फरमान
26 जून 2024 को खाप पंचायत बुलाई गई।
100-150 लोगों की मौजूदगी में फरमान सुनाया गया।
युवक और उसके पूरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया।
जान से मारने की धमकी भी दी गई।
💰 समाज में वापस आने के लिए 7 लाख रुपये का दंड
खाप पंचायत ने कहा कि अगर समाज में वापस आना है तो 7 लाख का जुर्माना भरना होगा।
परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया गया।
किसी भी व्यक्ति को उनके परिवार से संबंध रखने पर पाबंदी लगा दी गई।
11 हजार रुपये का अर्थदंड भरने के बावजूद भी परिवार को स्वीकार नहीं किया गया।
पुलिस की कार्रवाई: पांच पंच गिरफ्तार
🔍 लूणी थाना पुलिस ने जांच के बाद पाँच पंचों को गिरफ्तार किया:
मांगीलाल पालीवाल (चंदलाई शिवपुरा, पाली)
देवकरण पालीवाल (डांगियावास, कांकेलाव)
मांगीलाल पालीवाल (झीतड़ा, रोहट, पाली)
कालूराम पालीवाल (कांकेलाव, डांगियावास)
देवीलाल पालीवाल (कांकेलाव, डांगियावास)
⚖️ कोर्ट में पेशी के बाद:
तीन आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
दो का पुलिस रिमांड लिया गया।
खाप पंचायतों की मनमानी कब तक?
🚨 संविधान के खिलाफ खाप पंचायतों का आदेश
भारतीय कानून में किसी भी व्यक्ति को समाज से बहिष्कृत करना अपराध है।
सुप्रीम कोर्ट कई बार खाप पंचायतों के ऐसे फैसलों को अवैध करार दे चुका है।
ऐसे मामलों में पुलिस को और सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।
🔴 क्या सरकार ऐसे मामलों पर सख्ती बरतेगी?
खाप पंचायतों की यह तानाशाही आए दिन बढ़ती जा रही है।
समाज को न्यायिक व्यवस्था में भरोसा रखना चाहिए, न कि तुगलकी फरमानों पर।
प्रशासन को ऐसी अवैध पंचायतों पर सख्त रोक लगानी होगी।
📢 आपका क्या कहना है? क्या खाप पंचायतों को खत्म करने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए?